Female Foetcide

कन्या भ्रूण हत्या के कारण:-
सृष्टि सृजनकाल से हमारा समाज पुरूष प्रधान रहा है और पुरूषों के अत्याचार को सहते सहते अपने आप को समाज के अनुरूप ढाल लिया है। 
पुरुष प्रधान समाज में पुत्र की उत्पत्ति न होने पर वंश विनाश माना जाता है और कन्याओं को पराया धन समझकर उनकी उपेक्षा की जाती रही है। 
इस परम्परा के अलावा विवाह में अनावश्यक खर्च (दहेजप्रथा), पुत्री-पक्ष को हीन समझना, अल्प आयु में विधवा हो जाने पर सतिप्रथा जैसा असहनीय दंश आदि कारण है जिससे कन्या भ्रूण की गर्भ में ही हत्या कर दी जाती है। 

कन्या भ्रूण हत्या निवारण के प्रयास:-
कन्या भ्रूण हत्या को रोकने हेतु समय-समय पर अनेक दण्डनीय कानून बनाकर जैसे जन्म पूर्व भ्रूण जांच, दहेजप्रथा तथा सतिप्रथा को गैरकानूनी घोषित करना, बेटी बचाओ और बेटी पढाओ अभियान, बेटे बेटी को समान अधिकार, बालिका निःशुल्क शिक्षा लागू करना तथा प्रतिभावान बालिकाओं को पुरस्कृत करके समाज की बालिकाओं के प्रति सोच बदलने की कोशिश की है लेकिन यह प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। 

कन्या भ्रूण हत्या निवारण के ठोस उपाय:-

आज सरकार के प्रयास भी बौने साबित हो रहे हैं क्योंकि पुरूष प्रधान समाज में बदलाव नाम मात्र का हुआ है लेकिन अंतहीन आर्थिक युग की दौङ धूप में भ्रूण हत्या जैसे कर्म करके नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। लेकिन आज पूर्ण परमात्मा के कृपापात्र संत रामपालजी महाराज मानव समाज में व्याप्त माया की अंधी दौड़ को तत्वज्ञान से समाप्त कर रहे हैं जिससे समाज में धन संग्रह तथा दहेजप्रथा जैसी कुरीति की मनोवृत्ति पर अंकुश लगा है और इस काल लोक की भूल भूलैया से परिचित होकर बेटा बेटी को एक समान मानने लगे है। अतः सरकार से भी अनुरोध है कि जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपालजी महाराज के ज्ञान को प्रत्येक टीवी चैनल पर प्रसारित करवाकर भ्रूण हत्या के साथ-साथ देश को नशाखोरी, रिश्वतखोरी, बेईमानी, धोखाधड़ी से पूर्ण मुक्त करवा सकते हैं। 

अधिक जानकारी के लिए अवश्य देखें साधना टीवी चैनल सांय 7:30 बजे से 

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