कोरोना का आध्यात्मिक शक्ति से निराकरण
कोरोना होने का क्या कारण है -
जब इंसान परमात्मा के संविधान को तोङकर अपने आप को सृष्टि का कर्ता धर्ता मानने लगता है, तब तब विज्ञान के लिए चुनौती बनकर ऐसी वैश्विक महामारी मौत बनकर ताण्डव करती है।
क्या कोरोना का निराकरण संभव है-
जी हाँ, इस सृष्टि का नियम है कि जिसकी उत्पत्ति होती है उसका समापन अवश्य होता है।
हमारा देश भारत विश्व भर में आध्यात्मिकता का केन्द्र रहा है और इतिहास गवाह है कि जब-जब ऐसी वैश्विक आपदा का प्रादुर्भाव हुआ है उससे निपटने के लिए संतों, ऋषियों-मुनियों की सहायता ली गई है।
आज भी जब कोरोना जैसी महामारी वैश्विक आपदा बन चुकी है और विज्ञान के लिए असाध्य हो चूकी है, तो ऐसे समय में भी इस समस्या के निराकरण का सेहरा भारत के ही सिर बंधेगा।
आवश्यकता है तो केवल विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियों को आत्मसात करने की, जिनमें भारत में अवतरित होने वाले महापुरुष की पुरजोर वकालत हुई है।
एक तरफ देखा जाये तो हमारे सभी पवित्र धर्मग्रन्थ कविर्देव (कबीर साहेब) के पूर्ण परमात्मा होने का प्रमाण दे रहे हैं और उनकी कृपा से असाध्य रोग भी पलभर में छूमन्तर हो जाता है, लेकिन उसके लिए सर्वप्रथम पूर्ण गुरु अर्थात तत्वदर्शी संत की शरण आवश्यक है।
आज सम्पूर्ण विश्व में केवल तत्वदर्शी संत रामपालजी महाराज ही एक मात्र पूर्ण संत है, जो शास्त्र अनुकूल भक्ति साधना प्रदान कर रहे हैं, जिससे कैंसर, एड्स, कोरोना जैसे असाध्य रोगों का इलाज मात्र आध्यात्मिक शक्ति से ही संभव है।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य देखें प्रतिदिन
1. नेपाल न. 1 टीवी चैनल प्रातः 6 बजे से
2. श्रद्धा MH1 टीवी दोपहर 2 बजे से
3. साधना टीवी चैनल सांय 7:30 बजे से
4. ईश्वर टीवी चैनल रात 8:30 बजे से
जब इंसान परमात्मा के संविधान को तोङकर अपने आप को सृष्टि का कर्ता धर्ता मानने लगता है, तब तब विज्ञान के लिए चुनौती बनकर ऐसी वैश्विक महामारी मौत बनकर ताण्डव करती है।
क्या कोरोना का निराकरण संभव है-
जी हाँ, इस सृष्टि का नियम है कि जिसकी उत्पत्ति होती है उसका समापन अवश्य होता है।
हमारा देश भारत विश्व भर में आध्यात्मिकता का केन्द्र रहा है और इतिहास गवाह है कि जब-जब ऐसी वैश्विक आपदा का प्रादुर्भाव हुआ है उससे निपटने के लिए संतों, ऋषियों-मुनियों की सहायता ली गई है।
आज भी जब कोरोना जैसी महामारी वैश्विक आपदा बन चुकी है और विज्ञान के लिए असाध्य हो चूकी है, तो ऐसे समय में भी इस समस्या के निराकरण का सेहरा भारत के ही सिर बंधेगा।
आवश्यकता है तो केवल विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियों को आत्मसात करने की, जिनमें भारत में अवतरित होने वाले महापुरुष की पुरजोर वकालत हुई है।
एक तरफ देखा जाये तो हमारे सभी पवित्र धर्मग्रन्थ कविर्देव (कबीर साहेब) के पूर्ण परमात्मा होने का प्रमाण दे रहे हैं और उनकी कृपा से असाध्य रोग भी पलभर में छूमन्तर हो जाता है, लेकिन उसके लिए सर्वप्रथम पूर्ण गुरु अर्थात तत्वदर्शी संत की शरण आवश्यक है।
आज सम्पूर्ण विश्व में केवल तत्वदर्शी संत रामपालजी महाराज ही एक मात्र पूर्ण संत है, जो शास्त्र अनुकूल भक्ति साधना प्रदान कर रहे हैं, जिससे कैंसर, एड्स, कोरोना जैसे असाध्य रोगों का इलाज मात्र आध्यात्मिक शक्ति से ही संभव है।
अधिक जानकारी के लिए अवश्य देखें प्रतिदिन
1. नेपाल न. 1 टीवी चैनल प्रातः 6 बजे से
2. श्रद्धा MH1 टीवी दोपहर 2 बजे से
3. साधना टीवी चैनल सांय 7:30 बजे से
4. ईश्वर टीवी चैनल रात 8:30 बजे से
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आधुनिक समय में मानवता को जांचने।